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Friday 16 November 2012

किसकी दिवाली मनती है किसी का दिवाला निकलता है


किसकी दिवाली मनती है किसी का दिवाला निकलता है,
कोई गले मिलता है, तो "फरीद" कोई हाथ मलता है... नया 

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(¯*•๑۩۞۩:♥♥:||दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें||♥♥:۩۞۩๑•*¯)
_---- )(())( "आपका दोस्त सैफ़ी मुहम्मद फरीद भारती )(())((---- _
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जिंदगी मैं पहले ही ग़म क्या कम थे "फरीद"



Doston Ki Mehfil Main "Farid" Doston Ke Sath ? 
Main Khud Ko Talaash Karta Hoon Unki Nazar Se... New

Apno se Ijazat Nahin Li Jati Hai "Farid"


Apno se Ijazat Nahin Li Jati Hai "Farid",
Guftgu-E-Ijazat Ke Naam Se Dosti Ko Badnaam Na Kar... New

जो ग़ालिब थे , मेरे जैसी ही उन पर भी गुज़रती थी


जो ग़ालिब थे , मेरे जैसी ही उन पर भी गुज़रती थी,
अगर और जीते वो तो उनको क्या मिला होता,,

वो वफागर न हुआ इस में उस का दोष ही क्या- ग़ालिब


वो वफागर न हुआ इस में उस का दोष ही क्या,
मेरे ही प्यार में कुछ नुक्स पाए जाते हैं,,

Mujhko To Bin Mange Hi Mil Jata Hai "Farid"


 To Bin Mange Hi Mil Jata Hai "Farid",
Main Aur Ziyada Mangkar Sahrminda Nahin Hona Chahta Hoon ... New

Har Saal aata Hai Hamara Saal Bhi "Farid"

Hum Kya Dain Unko Nazraana Dua Se Badhkar,
Nahin Hai "Farid" Koi Jazbaah Wafa Se badhkar... New

Friday 9 November 2012

BADE HI AJEEB DOST HAIN MERE AAJ BHI "FARID",


 Yaad Bhi Woh Hi Aate Hain Aksar Jo Bhoole Ja Chuke Hoon, 
Mujhko Tou Uski Soch Main apna Naam Bhi Yaad Nahi Rehta... New
Thursday at 10:08pm ·

Poetry Muqabla Shair "Farid Bharti"


 Allah Ka Farz Hai Har Haal Main Ada Karni Hai "Farid", 
Sahi Waqt Hai Aur Dawat Di Hai Yaar Ne To Qabul Main Deri Kyun... ?

Aik Hi Agar Chahiye Apna Is Duniyan Main "Farid", 

Wednesday 7 November 2012

जब महफ़िल बेगानी होती है ...?

कभी नज़र मिलाने मैं ज़माने ....

इस दुनियाँ में सब कुछ बिकता है


इस दुनियाँ में सब कुछ बिकता है,
 फिर जुदाई ही रिश्वत क्युँ नही लेती?

मेरी जिंदगी को तमाशा बना दिया उसने


मेरी जिंदगी को तमाशा बना दिया उसने,
 भरी महफ़िल में तनहा बिठा दिया उसने,,

सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है


सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,
  देखना है जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है ।

दिल टूटना सजा है महोब्बत की-


दिल टूटना सजा है महोब्बत की,
दिल जोडना अदा है दोस्ती की,,

आज फिर दिल में उदासी समाई है,


आज फिर दिल में उदासी समाई है,
जाने क्युँ एक मायुसी सी छाई है,,

खुदा अगर मेरी आखिरी खुवाईश पूछे,


खुदा अगर मेरी आखिरी खुवाईश पूछे,
तो तेरी हँसीं माँग लूँ,

अपनी तो जिन्दगी की....?


अपनी तो जिन्दगी की अजीब कहानी है,
 जिस चीज को चाहा वो ही बेगानी है,,

किसी की चाहत पर दिल से अमल करना


किसी की चाहत पर दिल से अमल करना,
 दिल टुटे ना उसका इतनी फिक्र करना,,

तेरी एक हँसी पे ये दिल कुर्बान कर जाऊँ


तेरी एक हँसी पे ये दिल कुर्बान कर जाऊँ,
 ऐतराज ना हो अगर तो तेरा दिल चुरा ले जाऊँ,
ना बहने दुँ कभी इन आँखों से आँसू,

ठुकरा के उसने मुझको,


ठुकरा के उसने मुझको,
कहा कि मुस्कुराओ..
मैं हँस दि.

क्युँ मुश्किलों में साथ देते हैं दोस्त,


क्युँ मुश्किलों में साथ देते हैं दोस्त,
क्युँ गम को बांट लेते है दोस्त,,

ना जीने की खुशी ना मरने का गम,


ना जीने की खुशी ना मरने का गम,
बस तुमसे मिलने की दुआ करते हैं,,

लोग तो अपना बना कर छोड देते हैं,


लोग तो अपना बना कर छोड देते हैं,
कितनी आसानी से गैरों से रिश्ता जोड लेते हैं,,

सोचा किसी अपने से बात क


सोचा किसी अपने से बात करूँ,
अपने किसी खास को याद करूँ,,

चाँद की पूजा करके


चाँद की पूजा करके, करती हूँ मैं,
तुम्हारी सलामती की दुआ,,

दिल तो दिल है दिल की


दिल तो दिल है दिल की बातें समझ सको तो बेहतर है
 दुनिया की इस भीड़ में ख़ुद को अलग रखो तो बेहतर है

कभी खामोशी भी

कभी खामोशी भी बहुत कुछ कह जाती है,
 तड़पने क लिए सिर्फ़ यादे रह जाती है..

Tuesday 6 November 2012

Shairi Likhna Bahut Aasan


Shairi Likhna Bahut Aasan Hai Samjhna Bahut Muskil Hota Hai "Farid",
Dost-O-Ahabab To Raftaar Se Likhte Hain Main Padh Bhi Nahi Pata... New

Na Koi Apna Hai


Na Koi Apna Hai Na Koi Paraya Hai Is Duniyan Main "Farid",
Sab Waqt Ke Mohtaaj Hain Waqt Badlta Rehta Hai Hamesha...

Shairi Kya Hai Kyun


Shairi Kya Hai Kyun Hai Yeh Mujhko Nahin Maloom, 
"Farid" 
Ko To Bas Apne Dil Ki Aawaz Likhne Ka Shoq Hai ... New

Doston Ki Muhabbat


Doston Ki Muhabbat Hai Ke Main Be-Dard Hoon Aaj "Farid"
Warna Yeh Zamana Mujhko Har Roz Naya Dard Deta Hai ...

Wafa ki woh


Wafa ki woh humko pehchan bata gaya, 
Dil main dard de ke chalta chala gaya... New

Sath Rakhna Hai Agar


Sath Rakhna Hai Agar Kisi Ko Apne Hamesha Ke Liye, 
Naam Umar Rakh Do Umar Ka Sath Ho Jayega "Farid"... 

कभी तलवारों से


कभी तलवारों से लड़ाई नहीं लड़ी जाती है "फरीद",
मैदान ऐ जंग मैं जाने के लिए जिगर चाहिए ...